खत्म हुआ भारत और चीन के बीच एलएसी सैन्य गतिरोध, दोनों देशों के रिश्तों में एक नई शुरुआत.
भारत और चीन के बीच 2020 से जारी एलएसी पर सैन्य गतिरोध अब समाप्त हो गया है। मंगलवार को चीन ने आधिकारिक रूप से यह पुष्टि की कि दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर सहमति बन गई है। इस सहमति के अनुसार, पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाएं अपनी पुरानी स्थिति में लौटेंगी।
इससे पहले भारतीय विदेश सचिव ने सोमवार को इस समझौते की जानकारी दी थी। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, लिन जियान ने कहा कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए राजनयिक और सैन्य स्तर पर लगातार बातचीत हुई है। अब इस मुद्दे पर सहमति हो गई है और चीन भारत के साथ मिलकर इस पर आगे काम करेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत और चीन के रिश्तों में लंबे समय से चली आ रही कड़वाहट में अब नरमी आ सकती है। सोमवार को विवादित पेट्रोलिंग प्वाइंट्स को लेकर हुए समझौते के बाद भारतीय सेना फिर से इन क्षेत्रों में पेट्रोलिंग कर सकेगी। यह समझौता दोनों देशों के रिश्तों में एक नई शुरुआत की तरह देखा जा रहा है।
2020 में 15-16 जून की रात, गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। जिनमें एक कमांडर भी शामिल थे। चीन ने अपने सैनिकों की मौत की सही संख्या नहीं बताई थी, लेकिन बाद में उसने कहा कि उसके 4 सैनिक मारे गए थे। यह घटना चार दशक बाद पहली बार थी, जब दोनों देशों के बीच इतनी गंभीर सैन्य टकराव हुआ था।
इस मामले को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि इस समझौते के बाद दोनों देशों के रिश्ते धीरे-धीरे सामान्य हो सकते हैं। हालांकि इसमें अभी काफी समय लग सकता है।