ब्रह्मा कुमारीज अमरावती के द्वारा समाज सेवकों का सम्मान समारोह संपन्न

ओम शांति
दिनांक 25 नवंबर 2024 को शाम 5:30 बजे प्रजापिता ब्रह्मा कुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय की संयुक्त मुख्य प्रशासिका आदरणीय राजयोगिनी संतोष दीदी जी के आगमन के निमित्त ब्रह्मा कुमारीज रुक्मिणी नगर,अमरावती में समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाएं एवं समाज सेवकों का सम्मान समारोह आयोजन किया गया था।
प्रमुख अतिथि आदरणीय संतोष दीदी,सीता दीदी (संचालिका ब्रह्मा कुमारीज अमरावती)
आद.रजनी दीदी (ब्रह्मा कुमारीज़ नागपुर),श्री संभाजीराव ठाकरे धर्मदाय सह आयुक्त,
श्री नवनाथजी जगताप धर्मदाय उपायुक्त अमरावती, लप्पी भैया जाजोदिया(प्रसिद्ध समाज सेवक), श्रीमती कमल ताई गवई,
की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ
सर्वप्रथम परमात्मा की याद एवं दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
बी के अनुष्का डे के सुंदर स्वागत नृत्य के साथ मेहमानों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के प्रस्तावक में आदरणीय सीता दीदी जी ने सभी मेहमानों का स्वागत शब्द सुमनो से स्वागत किया और कहा कि आप सभी समाज सेवी अपने तन मन धन से समाज को श्रेष्ठ बनाने की सेवा कर रहे है। ब्रह्मा कुमारीज़ भी पिछले 87 साल से मनुष्य आत्माओं में मूल्य की पुनर्स्थापना का कार्य कर रहा है।
अमरावती का यह केंद्र 48 साल से अमरावती में सेवा कर रहा है। आज इस ज्ञान से हजारों मनुष्य आत्माओं के जीवन मे सकारात्मक परिवर्तन आया है। लोग तनाव मुक्त और व्यसन मुक्त जीवन जी रहे है।
इसी कार्य को आगे बढ़ाने के लिए हनुमान गढ़ी में 2.5 एकड़ में बड़ा आश्रम बनाने जा रहे। आप सभी का स्नेह और शुभकामनाएं सदा साथ हो तो यह कार्य जल्दी संपन्न हो जाएगा।
प्रमुख वक्ता आदरणीय राजयोगिनी संतोष दीदी जी ने कहा कि समाज के उत्थान में अध्यात्म की महत्वपूर्ण भूमिका है।
धन,साधन,भोजन,भवन से हम सेवा कर रहे है और वो जरूरी है साथ मनुष्य आत्माओं का मन तंदरुस्त होना भी आवश्यक है।
काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार ने मन को पकड़ा हुआ है इसलिए मनुष्य आज दुःखी है।
सबसे पहले हमें मनुष्य को इन विकारों से दूर करने की सेवा करनी है तब ही एक स्वस्थ समाज का निर्माण होगा। अध्यात्म आपको स्वयं की और परमात्मा की पहचान कराता है जिससे आप सर्व शक्तिवान से जुड़कर शक्ति पाते हो।
परमात्म शक्ति से हम विषय विकारों पर विजय प्राप्त करते है।
विषय विकारों से मुक्त है वहीं जीवन का सही आनंद ले पाता है। दीदीजी ने कहा की इसके लिए अपने समय में से थोड़ा समय निकाल कर आप राजयोग का अभ्यास करे और समाज को श्रेष्ठ बनाने में अपना योगदान दे।
धर्मादाय आयुक्त श्री संभाजी राव ठाकरे जी ने कहा कि अध्यात्म के सिवाय जीवन का कोई महत्व ही नहीं है और हमें दिन का कुछ समय अध्यात्म को जरूर देना है।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से प्रयास सेवाकुल संस्था , आधार फाउंडेशन, गोविंद कसाट मित्र मंडल, खंडेलवाल सेवा समिति, शिव धारा आश्रम, चंदूभाई सोजतिया, आर जे ग्रुप, राजेश वानखेडे, भारतीय जैन संघटना, भारतीय अधजन विकास संस्था, अर्हम युवा सेवा, मातोश्री वृद्धाश्रम, मधुबन वृद्धाश्रम, हिंदू श्मशान संस्था, जेसीआय गोल्डन, सनातन संस्था, पतंजलि योग समिति, क्षत्रिय मराठा समाज, पूज्य पंचायत, कंवर नगर ,इन संस्था का सत्कार हुआ ।