जयपुर टैंकर ब्लास्ट में 14 लोगों की मौत, 31 घायल
जयपुर :- राजधानी जयपुर में अजमेर रोड पर भांकरोटा के पास शुक्रवार की सुबह एलपीजी से भरे टैंकर के यू-टर्न लेते समय भिड़ंत के बाद हुए गैस रिसाव और आग लगने से हुए दर्दनाक हादसे ने राजधानी जयपुर को हिलाकर रख दिया। आग की लपटें तीन सौ मीटर तक फैलने से पूरा इलाका आग का गोला नजर आ रहा था। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, इनमें कई तो जिंदा जल गए। 32 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनमें कई की स्थिति गंभीर है। इस पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए एफआईआर दर्ज की है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि, मृतकों का पोस्टमार्टम करवाना है। इसके चलते भांकरोटा थाना धिकारी मनीष गुप्ता ने इस संबंध में एफआइआर दर्ज करवाई है।
जयपुर के भांकरोटा में हुए गैस टैंकर हादसे में 12 लोगों की शुक्रवार को दर्दनाक मौत हो चुकी थी, अब दो और घायल लोगों ने शनिवार को दम तोड़ दिया। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या अब 14 हो गई है। अभी भी कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। अजमेर रोड पर हादसा इतना खतरनाक था कि, आग के गोले उठते रहे और आसपास के क्षेत्र में 41 वाहनों को चपेट में ले लिया। इनमें ट्रक, कार, बस और दुपहिया वाहन भी शामिल है। जानकारी के मुताबिक हादसे में कई लोग तो जिंदा जल गए। घायलों में अभी कई लोगों की स्थिति गंभीर है। ऐसे में माना जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। इस हादसे में अब मौत हुए 14 लोगों मे से 9 लोगों की पहचान हो चुकी है। वहीं, बाकी 5 मृतकों की पहचान के प्रयास जारी है। मृतक हरलाल पुत्र नानूराम निवासी राजपुरा पिपराली सीकर, अनीता मीणा पुत्री कन्हैया लाल मीणा निवासी रोशनपुरा तहसील मोजमाबाद, शाहबुद्दीन पुत्र मोहम्मद शेख निवासी रायबरेली उत्तर प्रदेश, राधेश्याम चौधरी पुत्र मोतीराम चौधरी निवासी बाल गोविंदपुरा ठिकरिया जयपुर, महेंद्र शाहिद पुत्र अब्दुल रहमान निवासी सूरज पोल उदयपुर, फैजान पुत्र सलीम निवासी उदयपुर, गोविंद और राजूराम बबेरवाल पुत्र नाथूराम निवासी महरौली रिंगस, श्रीमाधोपुर नीमकाथाना की पहचान हो चुकी है। बता दें कि शुक्रवार सुबह 5 बजकर 45 मिनट 20 सेकंड पर अजमेर से जयपुर की तरफ आ रहा गैस टैंकर डिवाइडर कट पर यू-टर्न करने के लिए घुमा, तभी जयपुर से अजमेर की तरफ जा रहा कंटेनर टैंकर में घुस गया था।
ट्रैंकर से गैस का रिसाव हो गया और चारों तरफ सफेद धुआं फैल गया। टैंकर से करीब 3 मिनट 23 सेकंड तक धुआं निकलता रहा और फिर अचानक आग का गोला फूट गया। सीसीटीवी कैमरा भी नीचे गिर गया। चारों तरफ आग की लपटें फैल गई। धुआं निकलने के दौरान कई वाहन चालक वाहन भगा ले गए, इससे उनकी जान बच गई। टक्कर के बाद गैस टैंकर में आग लगने के बाद जोरदार धमाका हुआ था। विस्फोट इतना जोरदार था कि कुछ शव और पास में खड़े वाहनों के क्षतिग्रस्त अवशेष घटनास्थल से 400 मीटर दूर तक उछलकर गिरे। आग की चपेट में आने से वहां से गुजर रहे वाहन भी जल गए। इस हादसे मे कंटेनर चालक की मौत होने की आशंका है। वहीं गैस टैंकर चालक भी अभी लापता है। डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि हादसे के बाद सबसे पहले चेतक पर तैनात कांस्टेबल रतनलाल और चालक सुनील कुछ ही मिनट में मौके पर पहुंच गए थे। हादसे की जांच के लिए परिवहन विभाग ने जिला कलेक्टर को छह सदस्यीय जांच कमेटी बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद कलेक्टर ने कमेटी का गठन किया। इसमें अतिरिक्त जिला कलेक्टर, द्वितीय सदस्य, सचिव के रूप में प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जयपुर प्रथम, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम, सार्वजनिक निर्माण के अधीक्षण अभियंता जयपुर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर द्वितीय, एन एस ए आइ जयपुर के परियोजना निर्देशक को कमेटी में शामिल किया गया है। कमेटी एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को जयपुर-अजमेर नेशनल हाइवे पर हुए हादसे पर शोक संवेदना प्रकट की है । पंतप्रधान नरेंद्र मोदी इन्होंने जयपुर हादसे पण दुख व्यक्त करते हुए, प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे ऐसी घोषणा अपने सोशल मीडिया हंदल से की है।
ग्रामीणों ने बताया कि हाईवे पर वाहनों में आगजनी की घटनाएं बढ़ी है, लेकिन टोल वसूली के बाद भी हाईवे पर संसाधनों की कमी देखी जा रही है। नेशनल हाईवे पर वाहनों में आगजनी की घटनाएं होती रहती है, लेकिन एनएचआई के पास आग बुझाने के पुता संसाधनों की कमी है। आग बुझाने के लिए जयपुर, चौमूं, शाहपुरा वगैरह से दमकल आती है, तब तक आग बेकाबू हो जाती है।
जयपुर के भांकरोटा-अजमेर बायपास पर शुक्रवार सुबह एलपीजी गैस से भरे टैंकर में हुए धमाके के दर्दनाक हादसे ने करीब 10 साल पहले जयपुर ग्रामीण के चंदवाजी पुलिस थाना इलाके में मानपुरा के समीप बीलपुर गैस रिसाव ब्लास्ट हादसे के खौफनाक मंजर की यादें ताजा कर दी। उस घटना को याद कर लोग सहम गए। हादसे की याद आते ही वह खौफनाक मंजर आंखों के सामने छा जाता है। उल्लखेनीय है कि जयपुर जिले के चंदवाजी पुलिस थाना इलाके में जयपुर-अजमेर बायपास पर बीलपुर के पास वर्ष 2014 में बाइकों से भरे ट्रक और अत्यधिक ज्वलनशील ब्यूटाडाइन गैस से भरे एक टैंकर के बीच टक्कर हो गई थी। हादसा इतना दर्दनाक था कि 12 जनों की मौत हो गई थी। वहीं हादसे के दौरान एक के बाद एक वाहन जलकर कबाड़ में तब्दील हो गए थे।