अमरावती के सुमीत गौरीशंकर हेडा ने हासिल की बड़ी उपलब्धि – पूरे देश में किया नाम रोशन

अमरावती (वालकट कंपाउंड) के सुमीत गौरीशंकर हेडा ने इंस्टीट्यूट ऑफ एक्चुररीज ऑफ इंडिया (IAI) से फेलोशिप प्राप्त कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने एक्चुरियल साइंस की सभी 13 परीक्षाएँ उत्तीर्ण कर ‘एक्चुरी’ (Actuary) की प्रतिष्ठित उपाधि प्राप्त की है। वर्तमान में, भारत में केवल 660 एक्चुरी हैं, जिससे यह उपाधि अत्यंत सम्मानजनक और विशिष्ट बन जाती है।
क्या है एक्चुरियल साइंस – जोखिम प्रबंधन का विज्ञान
एक्चुरियल साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जो गणित, सांख्यिकी, वित्त और अर्थशास्त्र का उपयोग करके जोखिमों का आकलन और प्रबंधन करता है, विशेष रूप से बीमा, पेंशन और निवेश के क्षेत्रों में। एक्चुरी विभिन्न मॉडलों के माध्यम से भविष्य की घटनाओं (जैसे दुर्घटनाएँ, प्राकृतिक आपदाएँ, या व्यक्ति की जीवन प्रत्याशा) की भविष्यवाणी करते हैं और उनसे जुड़े वित्तीय प्रभावों का विश्लेषण करते हैं। यह कंपनियों को सही प्रीमियम निर्धारण, वित्तीय रिजर्व प्रबंधन और जोखिम प्रबंधन में मदद करता है।
सुमीत की शानदार सफलता पर हार्दिक बधाई!
“मील का पत्थर हासिल!
सबसे कठिन एक्चुरी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने पर सुमीत को ढेरों बधाइयाँ! आपकी अथक मेहनत, अटूट समर्पण और दृढ़ संकल्प ने आपको इस शानदार मुकाम तक पहुँचाया है।
आपने अपनी असाधारण विशेषज्ञता, रणनीतिक सोच और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है, जो सचमुच प्रेरणादायक है। यह उपलब्धि आपके कठिन परिश्रम, अनुशासन और धैर्य का प्रमाण है।
आपके उज्ज्वल भविष्य, निरंतर प्रगति और एक्चुरियल क्षेत्र में और भी ऊँचाइयों को छूने की शुभकामनाएँ! यह सफलता आपके लिए नए अवसरों के द्वार खोले।
सुमीत, इस शानदार जीत के लिए ढेरों शुभकामनाएँ!”