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बॉर्डर पर चीन वाली साजिश कर रहा बांग्लादेश? BSF ने फील्ड कमांडरों को दी खुली छूट

चीन की तरह बांग्लादेश ने भी बॉर्डर पर अवैध निर्माण शुरू कर दिया है, जिसके बाद सीमा सुरक्षा बल (BSF) एक्शन में आ गई है और फील्ड कमांडरों को ऐसी किसी भी गतिविधि पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

चीन अपनी हरकतों को लगातार दोहराता रहता है और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अक्सर अवैध निर्माण करता है. अब यहीं काम बांग्लादेश ने भी शुरू कर दिया है, जिसको लेकर सीमा सुरक्षा बल (BSF) एक्शन में आ गई है और फील्ड कमांडरों को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बीएसएफ ने 4096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात अपने फील्ड कमांडरों को निर्देश दिया है कि वे पड़ोसी देश के नागरिकों या सीमा बल द्वारा सीमा पर किए जा रहे अवैध निर्माण के मामले में ‘कड़ी कार्रवाई’ करें.

सीमा प्रबंधन प्रतिष्ठान के सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि साल 2024 में सीमा पर ऐसी लगभग 80 घटनाएं दर्ज की गई हैं. सीमा सुरक्षा बल (BSF) की नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर का मुख्यालय पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में है, जो लगभग 932 किलोमीटर सीमा की रक्षा करती है. इसने 31 जनवरी को एक बयान में कहा था कि हाल के दिनों में यह घटना उसके अधिकार क्षेत्र में ‘बढ़ रही’ है.

भारी हथियारों से लैस बांग्लादेशी बदमाश

बीएसएफ की नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर ने बुधवार (5 फरवरी) को एक नया बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि 4-5 फरवरी की रात को ‘भारी हथियारों से लैस’ बांग्लादेशी बदमाशों का एक समूह ‘अवैध रूप से’ दक्षिण दिनाजपुर जिले के सीमावर्ती गांव मलिकपुर में घुस आया और बीएसएफ के एक दल पर ‘हमला’ कर दिया. इस हमले में एक जवान और एक बांग्लादेशी व्यक्ति घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बयान में कहा गया, ‘बदमाश तस्करी और डकैती के लिए अवैध रूप से भारत में घुसे थे. वे भारी हथियारों से लैस थे, जिनमें दाह, लाठियां और तार काटने वाला उपकरण भी था. जब बीएसएफ दल ने उन्हें चुनौती दी तो बदमाशों ने रुकने के बजाय जवानों पर आक्रामक हमला कर दिया.’

बीएसएफ जवानों के हथियार छीनने की कोशिश

बीएसएफ नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता ने कहा कि गश्ती इकाई ने बांग्लादेशियों को ‘रोकने’ के लिए ‘गैर-घातक’ गोलियां चलाईं, लेकिन उन्होंने अपना ‘आक्रामकतापूर्ण व्यवहार जारी रखा और बीएसएफ दल को घेर लिया.’ प्रवक्ता ने कहा कि बदमाशों ने बीएसएफ के एक जवान का हथियार ‘छीनने’ की कोशिश की और उसने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिसके बाद हमलावर सीमा के अपने हिस्से में भाग गए.

अवैध निर्माण रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश

अधिकारियों ने कहा कि सीमा इकाइयों के सभी बीएसएफ कमांडरों को ‘कड़ी निगरानी’ रखने और अंतरराष्ट्रीय सीमा के 150 गज के भीतर कहीं भी अवैध निर्माण कार्य को रोकने के लिए ‘कड़ी कार्रवाई’ शुरू करने के लिए कहा गया है. अधिकारियों ने कहा कि बल ने सीमा बटालियनों के पीछे तैनात अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नियमित रूप से अग्रिम क्षेत्रों का दौरा करने और जहां भी आवश्यक हो, वहां शिविर लगाने के लिए कहा है.

बांग्लादेशी नागरिक और बीजीबी कर रहे अवैध निर्माण कार्य

बीएसएफ नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर ने पहले कहा था कि बांग्लादेशी नागरिक और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) सीमा क्षेत्र में अवैध तरीकों से निर्माण कार्य करने की लगातार कोशिश कर रहे थे, लेकिन बीएसएफ की सतर्क निगाहें हमेशा उनकी अवैध गतिविधियों पर नजर रख रही थीं और सख्त कार्रवाई कर रही थीं. हाल के दिनों में बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा कूचबिहार में मेखलीगंज से सटे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशी क्षेत्रों में आईबी के 150 गज के भीतर अवैध निर्माण कार्य में वृद्धि हुई है. इसे केवल बीएसएफ सैनिकों द्वारा ‘कड़ी आपत्ति और विरोध’ के बाद ही रोका गया था. अगस्त 2024 में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से बल इस सीमा पर ‘सतर्क’ रुख अपना रहा है. हालांकि, बल के वरिष्ठ अधिकारी दोहराते हैं कि जमीनी स्तर पर बीजीबी के साथ उनके संबंध अच्छे हैं और इस तरह के उदाहरण पहले भी होते रहे हैं लेकिन इस बार इन्हें ‘बढ़ावा’ दिया जा रहा है.

4096 किलोमीटर है भारत-बांग्लादेश सीमा

भारत-बांग्लादेश सीमा पांच राज्यों पश्चिम बंगाल (2,217 किमी), त्रिपुरा (856 किमी), मेघालय (443 किमी), असम (262 किमी) और मिजोरम (318 किमी) तक फैली हुई है. बीएसएफ को इस मोर्चे के लिए प्रमुख सुरक्षा और खुफिया जानकारी जुटाने वाली एजेंसी के रूप में नामित किया गया है. पिछले महीने दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव तब आया, जब दोनों पड़ोसियों ने एक-दूसरे के उच्चायुक्तों को अपनी राष्ट्रीय राजधानियों में बुलाया. बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायुक्त के साथ अपनी बैठक के दौरान बाड़ लगाने और सीमा पर हत्याओं के संबंध में बीएसएफ की ‘गतिविधियों’ पर अपनी चिंता व्यक्त की, जबकि भारत ने दिल्ली में कार्यवाहक बांग्लादेशी उच्चायुक्त को यह स्पष्ट कर दिया कि बाड़ बनाने के दौरान सभी निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.

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