पटना में राहुल गांधी कर गए बड़ा ब्लंडर! अब BJP ने क्लास लगा दी, JDU ने भी घेरा

स्व. जगलाल चौधरी की जयंती कार्यक्रम में राहुल गांधी और बिहार कांग्रेस से भारी मिस्टेक हो गई थी. बीजेपी ने इसे मुद्दा बना लिया है और राहुल गांधी पर दलित विरोधी बताया है. जेडीयू ने भी इसे लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को खूब सुनाया है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कल यानी बुधवार (05 फरवरी) को पटना दौरे पर आए थे. उनके बिहार दौरे पर कुछ ऐसा हो गया, जिस पर राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी और जेडीयू ने मोर्चा खोलते हुए राहुल गांधी को दलित विरोधी बताया है. बता दें चुनावी साल में दलित वोटरों को साधने के लिए बिहार कांग्रेस ने दलित नेता स्व. जगलाल चौधरी की जयंती पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. इसी में राहुल गांधी को भी बुलाया था. प्रदेश इकाई के निमंत्रण राहुल गांधी आए और कार्यक्रम को संबोधित भी किए. इस दौरान राहुल गांधी और बिहार कांग्रेस से भारी मिस्टेक हो गई थी. दरअसल, राहुल गांधी जिनकी जयंती पर पटना आए थे, उन नेता का नाम ही भूल गए थे. राहुल अपने संबोधन में एक नहीं बल्कि तीन पर स्व. जगलाल चौधरी को जगत चौधरी कहा. जिसके बाद सभा में से लोगों ने नाम करेक्ट कराया. वहीं इस कार्यक्रम में जगलाल चौधरी के बेटे भूदेव चौधरी को मंच पर जगह तक नहीं दी गई.
इससे भूदेव चौधरी काफी दुखी हुए. उन्होंने मीडिया को बताया कि कि हमने मंच तक पहुंचने की कोशिश की थी. वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से कहा कि हम बुजुर्ग हैं, बीमार हैं, जगलाल के लड़के हैं. हमको मंच के पास एक चेयर का इंतजाम कर दिया जाए. लेकिन उन्होने कहा कोई रास्ता नहीं है, यही एक रास्ता है, जिससे आप मंच पर जा सकते हैं. फिर हमको मंच तक नहीं जाने दिया गया. दुख तो बहुत है, क्योंकि हमारे पिता की जयंती मनाई जा रही थी. जब बात मीडिया पर तो आई तो कांग्रेस पार्टी ने अपनी भूल सुधारते हुए आज यानी 7 फरवरी को भूदेव चौधरी को सम्मानित करने का ऐलान किया है. हालांकि, तक तक बात काफी आगे निकल चुकी थी. बीजेपी ने इसे मुद्दा बना लिया है और राहुल गांधी पर दलित विरोधी बताया है.
बीजेपी की दिग्गज नेत्री और बिहार सरकार में मंत्री रेणु देवी ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस का इतिहास ही नहीं रहा है कि वे दलित पिछड़ा अति पिछड़ा को यह लोग सम्मान करें. नेहरू से लेकर सोनिया गांधी तक सभी दलित विरोधी हैं. उनके मन में कहां से आएगा कि दलित और पिछड़े अति पिछड़े की सेवा करें. इनकी मानसिकता हमेशा अलग रही है. राजीव गांधी ने स्पष्ट अपने भाषण में कहा था कि ऐसे जाहिल लोगों को लाने से कोई फायदा नहीं. अब राहुल गांधी जी कार्यक्रम में आए हुए थे और जगलाल चौधरी जी के जयंती पर उनका नाम ही भूल गए और उनके बेटे से मुलाकात तक नहीं की. यह लोग कभी भी दलित और अति पिछड़ों के हितैषी नहीं हो सकते हैं.
इस मामले में जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा राहुल गांधी जी ने क्यों ऐसा पाप किया? स्वाभाविक है जगलाल चौधरी जी दलित समुदाय के व्यक्ति थे. वे शराबबंदी लागू करने के हितैषी थे. कांग्रेस लंबे अरसे तक बिहार में राज करती रही. उनके स्मृति में एक भी काम नहीं किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2018 में कंकड़बाग में उनकी मूर्ति स्थापित की थी. अटल जी की सरकार में उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया गया था. कांग्रेस के लोगों को केवल दलित बोलना है, लेकिन दलित का नाम लेने में परेशानी है. कांग्रेस को दलितों और स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों का कोई एहसास नहीं है.
वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा बीजेपी बौखला गई है. यह साफ जाहिर होता है कि इन लोगों ने कभी भी जगलाल चौधरी जी को सम्मान नहीं दिया. कांग्रेस ने बड़े पैमाने पर आयोजन किया. राहुल गांधी जी स्वयं आए और उन्होंने जगलाल चौधरी जी के विचारों को फैलाने का भरोसा दिलाया. बीजेपी को खुद करना नहीं है और दूसरा करता है तो उसकी आलोचना करते हैं. बीजेपी की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है. उनके पुत्र को सुरक्षा कर्मी द्वारा रोकने की बात सामने आ रही है. राहुल गांधी की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान लगे हुए हैं और उनको केंद्र सरकार गाइड करती है.