क्चुरियल गाला फंक्शन और अवॉर्ड्स 2025 में सुमीत गौरीशंकर हेडा को “शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार” से सम्मानित किया गया

अमरावती :-
अमरावती के सुमीत गौरीशंकर हेडा ने रचा इतिहास!
अमरावती (वालकट कंपाउंड) के होनहार छात्र सुमीत गौरीशंकर हेडा ने इंस्टीट्यूट ऑफ एक्चुररीज ऑफ इंडिया (IAI) की अंतिम परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर “शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार” हासिल किया। यह प्रतिष्ठित सम्मान एक्चुरियल गाला फंक्शन और अवॉर्ड्स 2025 में प्रदान किया गया, जो एक्चुरियल विज्ञान के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया जाता है।
एक्चुरियल साइंस – जोखिम प्रबंधन का विज्ञान
एक्चुरियल साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जो गणित, सांख्यिकी और वित्तीय सिद्धांतों का उपयोग करके बीमा, पेंशन और निवेश में जोखिमों का मूल्यांकन करता है। एक्च्युरी विशेषज्ञों की संख्या भारत में मात्र 660 है, जिससे यह क्षेत्र और भी विशेष बन जाता है।
सुमीत का शानदार सफर
सभी 13 एक्चुरियल परीक्षाओं में सफलता
“फेलोशिप ऑफ इंस्टीट्यूट ऑफ एक्चुररीज ऑफ इंडिया” (FIAI) की प्रतिष्ठित उपाधि प्राप्त की
देशभर में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर विशेष सम्मान
एक्चुरियल गाला फंक्शन की झलक
शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार – एक्चुरियल परीक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वालों को सम्मानित किया गया।
मुख्य भाषण और पैनल चर्चा – अनुभवी एक्च्युरीज़ और विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।
नेटवर्किंग और उत्सव – एक्च्युरियल क्षेत्र के अग्रणी व्यक्तियों से मिलने का सुनहरा अवसर।
भविष्य के लिए शुभकामनाएँ
सुमीत की यह उपलब्धि उनके कठिन परिश्रम, समर्पण और असाधारण प्रतिभा का प्रमाण है। उनके इस ऐतिहासिक योगदान पर अमरावती और पूरे विदर्भ को गर्व है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और आशा करते हैं कि वे एक्चुरियल विज्ञान में नए मानदंड स्थापित करेंगे।