‘गर्भवती महिलाओं नहीं दी जाएगी ये दवा’, रांची में 10 फरवरी से बांटी जाएगी मेडिसिन, जानें पूरी डिटेल

रांची सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि अक्सर यह देखा जाता है कि लोग दवाई लेकर नहीं खाते हैं, इसलिए सभी से अपील है कि इस दवाई को ले तब ही फाइलेरिया मुक्त भारत और फाइलेरिया मुक्त झारखंड बना पाएंगे.
झारखंड के रांची जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 16 दिवसीय सामूहिक दवा वितरण अभियान 10 फरवरी, 2025 दिन सोमवार से शुरू किया जाएगा. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. यह अभियान ओरमांझी और तमाड़ प्रखंडों में संचालित किया जाएगा. दोनों प्रखंडों में 326 बूथ या शिविरों पर सोमवार को दवाएं दी जाएंगी. जबकि 11 से 25 फरवरी तक घर-घर अभियान संचालित किया जाएगा.
बयान के अनुसार, 2,45,828 लोगों को डायथाइलकारबामाजिन और एलबेंडाज़ोल दवाएं दी जाएंगी. बयान के अनुसार गर्भवती महिलाओं, दो साल से कम उम्र के बच्चों और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को यह दवा नहीं दी जाएगी.
सोलह दिवसीय यह अभियान सोमवार से शुरू होगा
रांची के सिविल सर्जन प्रभात कुमार ने कहा कि सोलह दिवसीय यह अभियान सोमवार से शुरू होगा. पहले दिन, ओरमांझी और तमाड़ प्रखंडों के आंगनवाड़ी केंद्रों, विद्यालयों, महाविद्यालयों और सामुदायिक भवनों में स्थापित बूथ पर दवाएं दी जाएंगी.
स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों को दवा देंगे
उन्होंने बताया कि ग्यारह से 25 फरवरी तक स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों को दवा देंगे. उन्होंने कहा कि हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण में ओरमांझी और तमाड़ प्रखंड में फाइलेरिया के मामले पाए गए थे, इसलिए इन दोनों क्षेत्रों में यह अभियान संचालित किया जाएगा.